अर्हता परीक्षा से सम्बन्धित प्रश्न

नियमावली में कुछ प्रतियोगिता के लिए अर्हता परीक्षा का उल्लेख किया गया है। यह अर्हता परीक्षा क्या है ? क्या प्रतियोगिता को ही अर्हता परीक्षा कहते है ?

मंडल तथा राज्यस्तर पर आरंभ होने वाली श्लोकान्त्याक्षरी, संस्कृत गीत युवा वर्ग, संस्कृत भाषण, अमरकोश कंठस्थपाठ आदि प्रतियोगिता के पहले प्रतिभागियों की योग्यता जांच होती है। इस जांच में यह देखा जाता है कि आवेदक प्रतिभागी सम्बन्धित प्रतियोगिता में  भाग लेनेे की सामान्य योग्यता  रखता है या नहीं? योग्य पाये जाने पर उसे प्रतियोगिता में भाग लेने अनुमति दी जाती है। इसी को अर्हता परीक्षा कहते हैं। प्रतियोगिता में पुरस्कार, प्रमाणपत्र आदि दिए जाते हैं, जबकि अर्हता परीक्षा में  कोई स्थान, प्रमाण-पत्र आदि नहीं दिया जाता है।

एक वर्ष में कितनी बार अर्हता परीक्षा का आयोजन किया जाता है?

श्लोकान्त्याक्षरी तथा कंठस्थपाठ के प्रतिभागियों के लिए एक वर्ष में दो बार अर्हता परीक्षा आयोजित होती है।

क्या कोई आवेदक दो बार अर्हता परीक्षा में भाग ले सकता है?

जिसने श्लोकान्त्याक्षरी तथा कंठस्थपाठ के प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया हो, वह एक वर्ष में 2 बार अर्हता परीक्षा दे सकता है यदि किसी आवेदक को अर्हता परीक्षा में 50% अंक प्राप्त नहीं हो सका हो अथवा जो प्रतियोगिता में सुनिश्चित चयन के लिए और अधिक अंक अर्जित करना चाहता हो, वह 2 बार अर्हता परीक्षा दे सकता है।

क्या कोई छात्र मंडल से आरंभ होने वाली प्रतियोगिता में सीधे भाग ले सकता है ?

उत्तर - मंडल से आरंभ होने वाली संस्कृत सामान्य ज्ञान (युवा वर्ग) तथा श्लोकान्त्याक्षरी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अर्हता परीक्षा पास करनी होती है, जो कि ऑनलाइन होती है।