👉 मंडल स्तर तथा राज्य स्तर की श्लोकान्त्याक्षरी प्रतिभा खोज परीक्षा होगी। मंडल तथा राज्य स्तर की प्रतिभा खोज परीक्षा अनुष्टुप्छन्द के श्लोकों को छोड़कर अन्य छन्दों के श्लोंकों पर आयोजित की जाएगी। विशेष परिस्थिति में प्रतिभा खोज परीक्षा के शीघ्र निर्णय हेतु निर्णायक अनुष्टुप्छन्द के आधार पर प्रतिभा खोज परीक्षा का संचालन कर सकेंगे। यह परीक्षा पाठ्यपुस्तकों के श्लोकों के आधार पर होगी । इसके निर्णय हेतु साहित्य, व्याकरण तथा ज्योतिष विषयों के विशेषज्ञों को निर्णायक के रूप में रखा जाएगा। श्लोकान्त्याक्षरी प्रतिभा खोज परीक्षा में निर्णायकों द्वारा प्रतिभा खोज परीक्षा को शीघ्र पूर्ण कराने हेतु नियमों में बदलाव किया जा सकता है। इन्हीं नियमों का पालन सभी स्तर पर किया जायेगा।
(क) श्लोकान्त्याक्षरी प्रतिभा खोज परीक्षा में समस्त प्रतिभागी छात्र गोलाकार में बैठेंगे। प्रथम श्लोक का उच्चारण किसी एक निर्णायक द्वारा किया जायेगा। यदि किसी श्लोक का अन्तिम व्यंजन वर्ण म् होता है तो प्रतिभागी उसके पूर्ववर्ती व्यंजन वर्ण से श्लोक बोलेंगे। शेष अन्तिम व्यंजन के आधार पर प्रतिभा खोज परीक्षा संचालित होगी। गोलाकार में बैठे एक प्रतिभागी के बाद दूसरे प्रतिभागी, दूसरे प्रतिभागी के बाद तीसरे प्रतिभागी के क्रम से यह प्रतिभा खोज परीक्षा अनवरत चलेगी।
(ख) यदि किसी श्लोक के अन्त में ङ, ञ, ण, ट, ठ, ड, ढ, थ वर्ण आते हैं तो उसके पूर्ववर्ती हलन्त वर्ण से आगामी प्रतिभागी श्लोकोच्चारण करेगा।
(ग) विशेष परिस्थिति में निर्णायक श्लोक के अन्तिम स्वर वर्ण से प्रतिभा खोज परीक्षा का संचालन कराने का निर्णय ले सकता हैं।
(ङ) एक प्रतिभागी के श्लोकोच्चारण करने तथा श्लोक के अन्तिम अक्षर से आगामी प्रतिभागी के श्लोकोच्चारण आरम्भ किये जाने के मध्य अधिकतम एक मिनट का समय दिया जायेगा। एक मिनट के अन्दर किसी प्रतिभागी द्वारा श्लोकाच्चारण आरम्भ नहीं करने की स्थिति में उसका एक अवसर समाप्त माना जायेगा। निर्णायक समय सीमा को और भी कम कर सकेंगे।
(च) श्लोकान्त्याक्षरी में आवश्यक होने पर प्रतिभागी को श्लोक का स्रोत बताना होगा। अन्यथा उसके द्वारा उच्चारित श्लोक को निर्णायक अमान्य घोषित करेंगे।
(छ) श्लोकों के अशुद्ध उच्चारण करने की स्थिति में निर्णायक वैकल्पिक श्लोक बोलने हेतु अवसर दे सकेंगे। किसी प्रतिभागी द्वारा निरन्तर अशुद्ध उच्चारण करने पर उसके अवसरों में कटौती की जा सकेगी।
(ज) प्रत्येक प्रतिभागी को तीन अवसर प्रदान किये जायेंगे। प्रतिभा खोज परीक्षा के अन्तिम चरण में निर्णायकों द्वारा पृथक्-पृथक्छन्दों, श्लोक के अन्तिम स्वर सहित व्यंजन वर्ण के आधार पर, श्लोक के किसी पाद के अन्तिम अक्षर से प्रतिभा खोज परीक्षा के संचालन का निर्देश दे सकते हैं। अतः प्रतिभागी प्रतिभा खोज परीक्षा में प्रतिभाग करने के लिए पूर्णतः तैयार होकर आयें।
(झ) प्रतिभा खोज परीक्षा के अन्त में अवशिष्ट 03 प्रतिभागियों में से किसी 01 के बाहर होने पर उसे तृतीय स्थान तथा 02 में से एक के बाहर होने पर उसे द्वितीय स्थान अन्त में अवशिष्ट प्रतिभागी को प्रथम स्थान दिया जायेगा।
श्लोक के अन्त में संयुक्त वर्ण आने पर संयुक्ताक्षर के अन्तिम अक्षर से आगामी प्रतिभागी श्लोक बोलेंगे। यथा - विद्या में य अक्षर से।
(ञ) श्लोकान्त्याक्षरी प्रतिभा खोज परीक्षा में एक श्लोक को एक ही बार उच्चारण किया जायेगा।